जय श्री राम जय माता सीताजी


राम नाम अति मीठा है, कोई गाके देख ले,
आ जाते हैं राम, कोई बुला के देख ले ॥

मन भगवान का मन्दिर है, यहाँ मैल न आने देना,
हीरा जन्म अनमोल मिला, इसे व्यर्थ गवां न देना,
शीश दिए हरि मिलते हैं, लुटा के देख ले ॥

जिस मन में अभिमान भरा, भगवान कहाँ से आए,
घर में हो अन्धकार भरा, मेहमान कहाँ से आए,
राम नाम की ज्योति हृदय, जला के देख ले ॥

गीध अजामिल गज गणिका ने, ऐसी करी कमाई,
नीच करम को करने वाला, तर गया सदन कसाई,
पत्थर से हरि प्रगटे हैं, प्रगटा के देख ले ॥

आधे नाम पे आ जाते हैं, है कोई बुलाने वाला,
बिक जाते हैं राम, कोई हो मोल चुकाने वाला,
कोई जौहरी आके, मोल लगा के देख ले ॥

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